हिंदी में (In hindi) -:  पुरुषों की तुलना में महिलाओं में माइग्रेन होने की संभावना तीन गुना अधिक होती है।  यह अंतर तब तक शुरू नहीं होता जब तक महिलाएं यौवन तक नहीं पहुंच जातीं।  साठ प्रतिशत महिलाओं में मासिक धर्म चक्र से संबंधित माइग्रेन होता है।  लगभग चौदह प्रतिशत में माइग्रेन विशुद्ध रूप से मासिक धर्म के साथ होता है।  क्या मासिक धर्म से संबंधित माइग्रेन पूरी तरह से एस्ट्रोजन से जुड़ा हो सकता है?  यह कहने जैसा होगा कि माइग्रेन केवल सिरदर्द है।  अब हम जानते हैं कि माइग्रेन सिरदर्द से कहीं ज्यादा है।  मासिक धर्म से संबंधित माइग्रेन शरीर में एस्ट्रोजन के उतार-चढ़ाव से कहीं अधिक होते हैं।  मासिक धर्म चक्र के साथ सेरोटोनिन, प्रोस्टाग्लैंडीन, नॉरपेनेफ्रिन, मेलाटोनिन और अन्य रासायनिक स्तरों में उतार-चढ़ाव होता है।  प्रत्येक मासिक धर्म से संबंधित माइग्रेन में कुछ भूमिका निभाता है। मासिक धर्म का माइग्रेन आमतौर पर मासिक धर्म की शुरुआत से दो दिन पहले और मासिक धर्म शुरू होने के दो दिन बाद शुरू होता है।  इन पांच दिनों के दौरान भोजन के साथ दिन में दो बार नेप्रोक्सन 500 मिलीग्राम...
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